तम्बू में थे राम लला और महलों में मारीच रहे। रहे राम को गाली देते , ऐसे भी कुछ नीच रहे।

तम्बू में थे राम लला और महलों में मारीच रहे। रहे राम को गाली देते , ऐसे भी कुछ नीच रहे। लेकिन आज भक्त जीते हैं ,राम द्रोही सब हारे हैं। युगों तपस्या की है तब जाके घरों में राम पधारे है। युगों युगों के बाद आज केवट फिर पांव पखार रहा। युगों युगों के बाद दशानन फिर राम से हार रहा। युगों युगों के बाद समय उनको फिर से दुत्कार रहा। और बाबर भी कब्र से निकलकर, जय श्री राम पुकार रहा। 🚩🚩जय श्री राम 🚩🚩 🚩🚩👏👏📯📯🤗🤗🙏🙏🔥✌💐